मेहनत
यह देखो है श्याम खड़ा ,
छोटे से हो गया बड़ा ।
साथ हमारे पढता था ,
हमसे कभी न लड़ता था ।
मेहनत से दिन-रात पढ़ा ,
अब अफसर है बहुत बड़ा ।
जो मेहनत से नहीं पढ़ा ,
वोह आगे भी नहीं बढ़ा ।
यह देखो है श्याम खड़ा ,
छोटे से हो गया बड़ा ।
साथ हमारे पढता था ,
हमसे कभी न लड़ता था ।
मेहनत से दिन-रात पढ़ा ,
अब अफसर है बहुत बड़ा ।
जो मेहनत से नहीं पढ़ा ,
वोह आगे भी नहीं बढ़ा ।
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